नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का आज की जानकारी आपके लिए खास हो सकती है तो अंत तक हमारे साथ बने रहे जिससे आपको सही और सटीक जानकारी मिलती रहे।यह जानकारी उन लोगों के लिए खास है जो लोग अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद करियर बनाने के लिए सोच रहे हैं।
लेकिन उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि रोजगार पाने के लिए संघर्ष कर रहे हजारों लोगों की भीड़ में किस फील्ड में जाना चाहिए जिससे कि उनके लिए आसान और बेहतर साबित हो सके क्योंकि आजकल तो बेरोजगारी इतनी बढ़ रही है कि नौकरी के हर क्षेत्र में युवा की लंबी कतार नजर आएगी फिर चाहे वह संगर्श नौकरी सरकारी हो या प्राइवेट या प्राइवेट नौकरी के लिए।
खैर इस समस्या का हल बता पाना तो मुश्किल है लेकिन इस जानकारी में एक बेहतरीन करियर का विकल्प हम आपके लिए लाए हैं। यह विकल्प का नाम है ग्राफिक डिजाइनर इस डिजिटल युग में ग्राफिक डिजाइनर बहुत ही फेमस और अच्छा विकल्प है जिन लोगों के लिए कंप्यूटर और डिजाइन बनाने में अच्छा लगन हो अगर आप क्रिएटिविटी में रुचि रखते हैं और आपको कंप्यूटर के बारे में बेसिक जानकारी है तो आपके लिए ग्राफिक डिजाइनर एक बेहतरीन कोर्स साबित हो सकता है और आप ग्राफिक डिजाइनर में एक अच्छा करियर बना सकते हैं।
ग्राफिक डिजाइनर के बारे में सटीक जानकारी
डिजिटल युग में ग्राफिक डिजाइनर एक पॉपुलर प्रोफेशन बनता जा रहा है। क्योंकि वर्तमान में हर तरह की मार्केटिंग हो रही है चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन हो। सभी में ग्राफिक तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। विजुअल ग्राफिक काम बढ़ते प्रभाव से उसका स्कोप भी बढ़ता जा रहा है। इसीलिए आजकल लगभग हर कंपनी को एक ग्राफिक डिजाइनर के कर्मचारी की जरूरत होती है। ग्राफिक डिजाइनर एक ऐसा प्रोफेशन है जो किसी भी कंपनी या व्यक्ति की अलग पहचान लोगों तक पहुंचाता है। अगर आप क्रिएटिविटी में रुचि रखते हैं और आप कंप्यूटर के बारे में बेसिक जानकारी जानते हैं तो ग्राफ़िक डिज़ाइनर का क्षेत्र आपके लिए एक अच्छा कैरियर साबित हो सकता है।
आज की इस जानकारी में हम आपको ग्राफिक डिजाइनर कैसे बने वह बताएंगे। तो सबसे पहले जानेंगे कि ग्राफिक डिजाइनर होता क्या है ? शब्दों ,डिजाइन और रंगों का उपयोग करके किसी तरह के मैसेज को व्यक्त करने की एक प्रक्रिया है। ग्राफिक डिजाइनर को कम्युनिकेशन डिजाइन से भी जाना जा सकता है। क्योंकि इसको उपयोग में लाने का उद्देश्य लोगों तक अपनी बात यह संदेश को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करना होता है। ग्राफिक डिजाइनर फिजिकल रूप में और वर्चुअल रूप में दोनों में हो सकते हैं। कहने का मतलब यह है कि कुछ ग्राफिक डिजाइन को छुआ नहीं जा सकता है जैसे हम अपने मोबाइल या कंप्यूटर की स्क्रीन पर इमेजिन है या फ्लिपकार्ट का विज्ञापन देख रहे होते। ऐसे डिजाइन को वर्चुअल डिजाइन कहते हैं। कुछ डिजाइन ऐसे होते हैं जिसे छुआ जा सकता है जैसे कि पोस्टर,बेनर ओर समाचारपत्र इन्हें हम फिजिकल ग्राफिक डिजाइन कहते हैं।
ग्राफिक डिजाइन किसी भी उद्देश्य के लिए जैसे कि फंक्शन, सेरेमनी ,नेचुरल ,पॉलीटिकल ओर स्कूल जैसी चीजों के लिए जा सकती है। आमतौर पर ग्राफिक डिजाइन अपनी बात को लोगों के सामने रखने का एक आकर्षक प्रभावी तरीका होता है। जो वर्तमान में इंटरनेट और डिजिटल दुनिया में बेहद प्रचलित है।
ग्राफिक डिजाइन का काम क्या होता है ?
ग्राफ़िक डिज़ाइनर बहुत से माध्यम जैसे कि प्रेजेंटेशन, लोगो ,रिपोट्स और वेबसाइट के जरिए अपने जुनून से टेक्स्ट और चित्र के इस्तेमाल से लेआउट और प्रोडक्शन डिजाइन बनाते हे। ग्राफिक डिजाइनर किसी क्लाइंट के यह कंपनी के प्रोडक्ट के लिए ग्राफिक डिजाइन करता है तो उसका काम है अपने क्लाइंट की आवश्यकता को जानना और समझना है कि उससे बातचीत करना और क्लाइंट की आइडिया के बाद उनके अनुसार क्रिएटिविटी का उपयोग करके चित्र, कलर और फ्रंट का उपयोग करके बेहतरीन डिजाइन बनाकर ग्राहकों तक संदेश को पहुंचाना होता है।
ग्राफिक डिजाइनर अलग-अलग टूल्स का उपयोग करके ग्राफिक्स बनाते हैं और उसे अपने क्लाइंट को भेजते हैं और उनसे फीडबैक और रिव्यु लेते हैं। और डिजाइन मैं बताए गए जरूरी बदलाव करने के बाद ही अंतिम डिजाइन को पब्लिश करते हैं या तो क्लाइंट को दे देते हैं। किसी भी ग्राफिक डिजाइन को बनाने से पहले डिज़ाइनर को क्लाइंट द्वारा दिए गए डाटा को एनालाइज करना होता है उस पर रिसर्च करना और पता लगाना होता है की मार्केट में अभी क्या ट्रेंड चल रहा है क्योंकि डिजाइनर यह बिल्कुल नहीं चाहते कि अपना डिजाइन पुराने जमाने का लगे ग्राफिक डिजाइनिंग में डिजाइन बनाने के बाद उस पर विचार करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
इसीलिए इसमें डिज़ाइनर को प्री प्रोडक्शन, प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन के विभिन्न चरणों में काम करना होता है और क्लाइंट की मांग के अनुसार बदलाव करने के लिए तैयार रहना होता है। ऑफिस में अन्य सहयोगी ग्राफिक डिजाइनर के साथ डिजाइन पर चर्चा करना और एक दूसरे से जानकारी साझा करना होता है क्योंकि फाइनल डिजाइन एकदम परफेक्ट और ऐसे क्रिएटिव आइडिया तैयार करना होता है जो उसके क्लाइंट की इंस्टिट्यूट को अलग तरीके से पहचान दे पाए और इस काम के लिए सबसे पहली जरूरत है वह है क्रिएटिविटी इसके अलावा इंडस्ट्री के ट्रेंड की पूरी जानकारी होनी चाहिए। ग्राफिक डिजाइन के नए नए क्षेत्र में सॉफ्टवेयर की जानकारी और काम को समय पर पूरे करने की योग्यता यह भी एक जरूरी चीज हैं।
दोस्तों अब अब जाने वाले हैं कि ग्राफिक डिजाइनर किस प्रकार से बनाया जाता हैं?
ग्राफिक डिजाइनर कैसे बने?
ग्राफिक डिजाइनिंग एक ऐसा जॉब है जो क्रिएटिविटी को आकर्षक बना कर लोगों के सामने अच्छी तरीके से बना कर प्रस्तुत कर सकते हैं। आज के समय में कंप्यूटर का बहुत ही उपयोग हो रहा है इसके लिए सब लोग ग्राफिक डिजाइनिंग में भी अपना कैरियर ढूंढ रहे हैं।
ग्राफ़िक डिज़ाइनर का सबसे मुख्य काम यह होता है कि किसी चीज जैसे की वेबसाइट,लोगों और बैनर इत्यादि सबसे अलग और आकर्षित बनाकर लोगों तक पहुंचाएं इसके कारण ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए क्रिएटिविटी एक बहुत ही बड़ा महत्वपूर्ण भाग होता हैं। इसके अलावा डिजाइनिंग में उपयोग होने वाले अलग अलग उपयोग होने वाले टूल्स डेक्सटॉप,लैपटॉप और सॉफ्टवेयर का उपयोग भी आना जरूरी हैं।
और ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको अपनी शिक्षा को पूरा करना होगा! और अपने स्किल्स को जितना हो सके उतना सुधारना होगा। योग्यता के अनुसार दिखे जाए तो एक ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए कम से कम 12वीं कक्षा पास होना जरूरी है तभी जाकर आप एक ग्राफिक डिजाइनर बन पाओगे और उसके अलावा कुछ कोर्स करने होगी जो आपको एक सक्सेसफुल ग्राफिक डिजाइनर बनने में मदद करें!
दोस्तों आशा करते हैं कि आज का यह टॉपिक आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आया होगा जो आपको आगे बढ़ने में मदद कर पाएगा।