आज के समय में हर एक बच्चा गेम खेलने में बहुत इंटरेस्ट रखता है और इस ऑनलाइन दुनिया के गेम भी बहुत ही जबरदस्त होते हैं। आज के समय पर स्माटफोन के अंदर हर कोई अपने गेम के लिए कम से कम एक घंटा तो निकालता हैं। मतलब कि गेम एक ऑप्शनल इंटरटेनमेंट नहीं है मानो यह हमारे जीवन का एक रोजाना वापस होने वाली चीज बन चुकी हो इस प्रकार से हम गेम को रोज खेलते हैं। और इसी के साथ भारत भी गेमिंग का डेवलपमेंट हब बनता जा रहा है जिसकी वजह से इस फील्ड के अंदर भी जॉब अपॉर्चुनिटी भी बढ़ चुकी हैं।
अगर आप गेम खेलते हैं लेकिन आपको गेम बनाने में भी अपनी रुचि रखना चाहते हैं ताकि यह ऑनलाइन गेमिंग वर्ल्ड में खुद को स्टेबलिशकर सके और बड़े-बड़े गिनी कंपनी आपको जॉब के लिए हायर करना चाहे और इसके लिए आपको गेमिंग फील्ड का पूरा जानकारी लेना होगा जो हम आज आपको बताने वाले हैं तो हमारे साथ अब तक बने रहिएगा।
दोस्तों वैसे तो हमने एक आर्टिकल लिखा है कि गेमिंग डेवलपर कैसे बने? तो यह आर्टिकल भी आप पढ़ लीजिएगा।
आपकी हर इंटरेस्टिंग जानकारी के अंदर हम आपको बताने वाले हैं कि बड़ी गेमिंग कंपनियों के अंदर आप एंट्री किस प्रकार से ले सकते हैं? तो चलिए आज की जानकारी यहां से शुरू करते हैं।
Required education
गेमिंग कंपनी के अंदर गेमिंग डिजाइन से लेकर गिविंग डेवलपमेंट और प्रोग्रामिंग तक बहुत से फील्ड के अंदर आप अपना करियर बना सकते हैं। लेकिन इस फील्ड में जाने के पहले आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होनी जरूरी है और हम आपको वहीं जानकारी देने वाले हैं।
गिविंग डेवलपमेंट एक ऐसा वर्क है जहां आपका क्रिएटिविटी ओर विज़न हि मेटर करेगी! लेकिन एक गेम डिजाइनर बनने के लिए आपको और भी बहुत सारी स्किल सीखने की जरूरत पड़ती है जो आपको कोई कोर्स करके ही मिल पाएगी, कोई डिप्लोमा यार डिग्री कोर्स आपकी नॉलेज को तो बढ़ेगी ही और उसके साथ आपकी एप्लीकेशन स्ट्रांग बनाने के साथ आपको एक बढ़िया कंपीटीटर साबित भी करेगी।
इसके लिए गेमिंग डेवलपमेंट को कोई भी ऑप्शनल कोर्स ना समजियेगा क्योंकि कोई भी इंस्टिट्यूट में काम करने के लिए आपके पास फॉर्मल एजुकेशन तो होनी ही चाहिए, इसीलिए आपको बता दें कि एक सर्टिफिकेट कोर्स करना चाहते हैं तो आपके पास 10th आवश्यक होगा! लेकिन गेम डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आपको कोई भी रिकॉग्नाइज 12th बोर्ड पास करना जरूरी होगा और इसके अंदर आपकी कोई भी स्ट्रीम हो सकती हैं।
कुछ ऐसे भी कॉलेज ही थे जहां 12 वी कक्षा के अंदर 60% स्कोर करने वाले कैंडिडेट को ही एडमिशन देते हैं। इस फील्ड में बैचलर डिग्री लेने के लिए 12th पास होना जरूरी होगा और पोस्ट ग्रेजुएट होने के लिए आपको इसी फील्ड के अंदर बैचलर डिग्री कंप्लीट करना होगा।
Best certificate and diploma course for gaming
सबसे पहले सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स जो है उसके नाम नीचे मुजब हैं
(1)Certificate in gaming
(2)certificate course in game art and design
(3) diploma in game design and integration
(4) diploma in animation gaming and special effect
(5) diploma in game design
(6) diploma in game development
(7) diploma in game programing
(8) diploma in production gamin
(9) advance diploma in game programing
(10) advance diploma in game art and 3d game content creation
(11) advance diploma in game design and development application
ऊपर बताए गए सभी कोर्स डिप्लोमा के और अबहम आपको बताने वाले हैं बैचलर डिग्री के कोर्स
(1)b.sc in gaming
(2)b.sc animation and gaming
(3)bachelors in media animation and design
(4)bachelors of technology computer science and development
(5) bachelor of arts in animation computer graphics
(6) bachelor of arts in digital filmmaking and animation
(7) Bachelor of Science in animation game design and development
(8) Bachelor of science in graphics animation and gaming
Best colleges in India for gaming development course
भारत के अंदर काफी सारे अच्छे कॉलेज है जहां पर 7 गेमिंग डेवलपमेंट का कोर्स कर सकते हैं जिसके नाम में नीचे दे रहा हूं।
(1) लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी- जलंधर
(2) स्कूल ऑफ डिजाइन यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एनर्जी स्टडीज- देहरादून
(3) भारती विद्यापीठ यूनिवर्सिटी- पुणे
(4) माया अकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमेटिक- मुंबई
(5)ज़ी इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिएटिव आर्ट्स- बेंगलुरु
(6) अरेना एनीमेशन - न्यू दिल्ली
(7)MIT इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन - पुणे
यह सारी कॉलेजेस यह डिग्री करने के लिए सबसे सर्वश्रेष्ठ है जहां आप जा सकते हैं और अभ्यास भी कर सकते हैं। और यह सभी कोर्स आप ऑनलाइन भी सीख सकते हैं कुछ पैसे देकर!
अगर आप का प्लान गेम डिजाइनर बनने का है तो आपको यह पता होना चाहिए कि एक गेम डिज़ाइनर के पास गेम डिजाइनिंग में डिप्लोमा अथवा बैचलर डिग्री होनी ही चाहिए। इसके अलावा कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग बैचलर डिग्री होल्डर कैंडिडेट बी गेम डिजाइनिंग के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
इस जॉब के लिए स्पेसिफिक एंट्री रिक्वायरमेंट नहीं होता लेकिन बैचलर डिग्री के कैंडिडेट को प्रेफरेंस दी जाती है। इस फील्ड के अंदर इंजीनियर को ज्यादा चांस होता है क्योंकि उन लोगों को कंप्यूटर की टेक्निकल नॉलेज बहुत ही ज्यादा होती है।
एजुकेशन क्वालीफिकेशन के अलावा इस फील्ड के अंदर अच्छा भविष्य बनाने के लिए अलावा कैंडिडेट के अंदर पैशन, गेमिंग प्लेटफार्म, और टेक्नोलॉजीज के प्रति जागरूकता इसके साथ कोडिंग लैंग्वेज की नॉलेज, सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग की नॉलेज, ऑर्गेनाइजेशनल स्किल, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स, इमेजिनेशन एंड क्रिएटिविटी, और ड्राइंग स्किल्स।
एक गेम डेवलपर और गेम डिजाइनर के बीच में क्या अंतर होता है वह आपको जाना बहुत जरूरी होता है। इसलिए आपको बता दें कि गेम डिज़ाइनर गेम का विज़्नर होता है और एक गेम डेवलपर उसी विज़्नर को रियलिटी में कन्वर्ट करता हैं।
गेम डेवलपमेंट का बोलने का चक्र की शुरुआत गेम डिज़ाइनर से शुरू होती है और इसके अंदर गेम डिजाइनर की बहुत ही बड़ी रिस्पांसिबिलिटी होती है जिसके अंदर उसको पूरा गेम का कांसेप्ट तैयार करना रहता हैं, इसके कैरेक्टर, स्टोरीलाइन, और यूजर का अट्रैक्ट करने का तरीका जैसे आने का काम का जिम्मेदार एक गेम डिजाइनर होता हैं। एक अच्छा गेम डिजाइनर बनने के लिए आपको बहुत ही मेहनत लगती है और अच्छी स्किल भी होनी चाहिए उसके साथ एजुकेशन भी होना चाहिए तभी जाकर अच्छा गेम डिजाइनर आप बन सकते हैं।
आशा रखता हूं कि आज का यह टॉपिक आपको पसंद आया होगा एक बड़ी गेमिंग के कंपनी में किस प्रकार से नौकरी ले उसके बारे में पूरी जानकारी हमने आपको दे दी है आशा करता हूं कि आपको यह बहुत काम आएगी।